बॉलीवुड ने यूं तो दुनिया को कई अदाकाराओं से रूबरू करवाया मगर जो नजाकत रेखा के रूप में बॉलीवुड ले कर आया वो फिर कभी नहीं आ सकता। निगाहों से बोलने का हुनर जो रेखा के पास है वो दुनिया में किसी महिला अदाकारा के पास नहीं है। यही वजह है कि आज चाहे उनकी उम्र 66 बरस हो गयी हो मगर आज भी उनके हुस्न और उनकी अदाओं के लाखों कद्रदान हैं। उनके पास आने से बुढापा भी कतराता है, और यही संबल उन्हें हमेशा जवान रहने की शक्ति देता है। उन्हें एवर ग्रीन ब्यूटी कहा जाता है, यानी ऐसी खूबसूरती जिसका कभी अंत नहीं हो सकता। हालांकि इतनी खूबसूरती और नज़ाकत के बाद भी उन्हें कभी एक पति का सुख नहीं मिल पाया।
ना सिर्फ रेखा फिल्मों की वजह से बल्कि अपने खुले विचारों की वजह से भी कई दफा सुर्खियों में रहीं हैं। वहीं गुज़रे जमाने में दिए उनके कई बयान तो ऐसे हैं जिसे पढ़ने के बाद आपको आपकी आंखों पर भी यकीन नहीं होगा। जैसा कि आप सब जानते ही हैं रेखा के जीवन में कई मर्द आये, मगर इसके बाद भी रेखा कभी भी गर्भवती नहीं हुई।
मर्दों के साथ संबंध बनाना और शारीरिक सम्बंधो की जरूरत पर रेखा कई बार मुखर हो कर बोल चुकी हैं। यह बयान रेखा ने उस दौर में दिए थे जब लोगों की सोच काफी संकुचित थी। लेखक यासिर उस्मान ने तो रेखा पर एक पूरी किताब लिखी है, उसी किताब में एक इंटरव्यू का भी ज़िक्र किया गया है। इस इंटरव्यू में रेखा पत्रकार से कहती हुई दिखती है कि “आप एक मर्द के तब तक करीब नहीं आ सकते जब तक आप उसे अपना जिस्म सौंप ना दें।”
इन बयानों से साफ है कि रेखा काफी खुले खयालों वाली महिला है, मगर यह भी एक अजीब बात है कि इतने खुले खयालों के बावजूद भी रेखा कभी गर्भवती नहीं हो पाई। शादी से पहले शारिरिक संबंध बनाने वाले सवाल पर भी रेखा ने बेबाक अंदाज में जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि “शारिरिक संबंध बनाना एक नेचरल प्रोसेस है। और जो रूढ़िवादी लोग लड़कियों को यह हिदायत देते हैं कि उसे बस सुहागरात के दिन ही अपने पति के साथ हमबिस्तर होना चाहिए, वो बिल्कुल बकवास है।
गौरतलब है कि रेखा के यह खुले विचार उनकी निजी जिंदगी में कई तरह की मुसीबतें लाएं। लेखक उस्मान ने अपनी किताबों इन मुसीबतों का भी ज़िक्र किया है। उन्होंने अपनी किताब में एक किस्से का ज़िक्र किया, जिसमें रेखा एक्टर विनोद मेहरा से शादी मना कर उनकी माँ कमला मेहरा के पास जाती है तो विनोद मेहरा की माँ बेहद नाराज हो जाती हैं और उन्हें चप्पल दिखाते हुए दरवाजे से ही भगा देती हैं। कहा जाता है कि इन बेबाक बयानों की वजह से ही कमला मेहरा रेखा को स्वीकार नहीं कर पाई।